भारत अपने इतिहास के एक निर्णायक मोड़ पर खड़ा है। वर्ष 2025 हमारे लिए दोहरे उत्सव का वर्ष है—एक ओर छत्तीसगढ़ राज्यत्व की रजत जयंती और दूसरी ओर हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की हीरक जयंती। यह अवसर केवल कैलेंडर की तिथियों का मेल नहीं है, बल्कि यह आकांक्षाओं, संघर्षों और उपलब्धियों की उस यात्रा का प्रतीक है, जिसने हमारे राष्ट्र को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है।
प्रधानमंत्री मोदी का जीवन भारतीय लोकतंत्र की शक्ति का साक्षात उदाहरण है। एक चाय बेचने वाले के बेटे से लेकर लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने तक का उनका सफर इस गहरे सत्य को पुष्ट करता है कि समर्पण और योग्यता किसी भी परिस्थिति पर विजय प्राप्त कर सकती है। यह जनादेश उनके विजन में जनता के अटूट विश्वास का प्रमाण है।
उनका नेतृत्व केवल नीतियों तक सीमित नहीं है, बल्कि एक नए भारत की परिकल्पना है। जन धन योजना, उज्ज्वला, आयुष्मान भारत, डिजिटल इंडिया और बुनियादी ढाँचों का विस्तार—ये सभी पहल आत्मनिर्भर और सशक्त भारत की नींव हैं। छत्तीसगढ़ ने भी इन योजनाओं से व्यापक लाभ पाया है। प्रधानमंत्री आवास योजना से लाखों परिवारों को घर मिला, पीएम-किसान योजना से किसानों को संबल मिला और बिजली, सड़क व कनेक्टिविटी ने गाँव-गाँव में विकास की रोशनी पहुँचाई।
विशेष रूप से नक्सलवाद के विरुद्ध मोदी जी का संकल्प छत्तीसगढ़ के लिए परिवर्तनकारी सिद्ध हो रहा है। दशकों से आदिवासी अंचलों में भय और पिछड़ेपन का प्रतीक रहा यह उग्रवाद अब समाप्ति की ओर है। सुरक्षा और विकास की दोहरी रणनीति ने सुदूर इलाकों में नई आशा जगाई है। यह दृष्टिकोण युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ रहा है और स्थायी शांति व समृद्धि की नींव रख रहा है।
मोदी जी का दर्शन ‘अंत्योदय’ है—समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुँचाना। उनका नेतृत्व केवल राजनीति नहीं, बल्कि राष्ट्रनिर्माण का विराट अभियान है। आज जब वे अपने 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ अपनी रजत जयंती मना रहा है, हम एक गौरवशाली संयोग के साक्षी हैं।
उनकी विरासत एक सशक्त, आत्मविश्वासी और गौरवान्वित भारत की है—एक ऐसा भारत, जो अतीत की बेड़ियों से मुक्त होकर भविष्य की असीम संभावनाओं को गले लगा रहा है।
– बृजमोहन अग्रवाल, सांसद, रायपुर