अहिवारा। भारतीय परम्परा में भगवान विश्वकर्मा को सृष्टि का प्रथम शिल्पकार एवं इंजीनियर माना जाता है। उन्होंने इंद्रपुरी, द्वारिकापुरी, इंद्रप्रस्थ, भगवान शिव का त्रिशूल और भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र सहित अनेक अद्वितीय रचनाओं का निर्माण किया।
इसी स्मरण में विश्वकर्मा जयंती को सृजन और परिश्रम का उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसी क्रम में ए.बी.एम. ट्रांसपोर्ट के मालिक अशोक बाफना ने प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े हर्षोल्लास के साथ भगवान विश्वकर्मा जयंती का आयोजन किया। कार्यक्रम में पूजा-अर्चना के उपरांत प्रसाद वितरण एवं भंडारे का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव एवं विधायक लाभचंद बाफना, चंचल फ्यूल्स के मालिक चंचल बाफना अपने परिवार सहित, नगर पालिका अध्यक्ष, वार्डवासी, ट्रांसपोर्टर गण एवं अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
सभी ने भगवान विश्वकर्मा के समक्ष पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
कार्यक्रम में पार्षद, उपाध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े प्रमुख लोग भी गरिमामय उपस्थिति में शामिल हुए।
वक्ताओं ने भगवान विश्वकर्मा को ‘प्रथम इंजीनियर’ के रूप में स्मरण करते हुए श्रम और सृजनशीलता के महत्व पर प्रकाश डाला।