भोपाल। भारतीय काल गणना पद्धति और वैज्ञानिक परंपरा को नई पहचान मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज सीएम निवास में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी और इसके मोबाइल ऐप का लोकार्पण करेंगे। यह घड़ी भारतीय कैलेंडर और कालक्रम को आधुनिक तकनीक से जोड़ती है और विश्व की पहली घड़ी है, जो भारतीय काल गणना पर आधारित है।
यह घड़ी 189 से अधिक भाषाओं में उपलब्ध होगी। इसमें समय के साथ पंचांग, तिथि, नक्षत्र, योग, दिन, महीना, व्रत और त्योहारों की जानकारी भी मिलेगी। विशेष रूप से इसके मोबाइल ऐप में 7000 से अधिक वर्षों का पंचांग, महाभारतकाल से लेकर वर्तमान तक की तिथियां, नक्षत्र और धार्मिक अवसरों की जानकारी उपलब्ध कराई गई है। धार्मिक कार्यों और साधना के लिए 30 प्रकार के शुभ-अशुभ मुहूर्तों और अलार्म की सुविधा भी जोड़ी गई है।
लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर शौर्य स्मारक से “भारत का समय – पृथ्वी का समय” रैली निकाली जाएगी, जो पैदल मार्च के रूप में सीएम निवास पहुंचेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री युवाओं से संवाद करेंगे और भारत के समय की पुनर्स्थापना पर चर्चा करेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि विक्रमादित्य वैदिक घड़ी भारतीय संस्कृति, परंपरा और विज्ञान का अद्भुत संगम है, जो विरासत और आधुनिकता के बीच संतुलन स्थापित करने में मदद करेगी। इसमें सूर्योदय-सूर्यास्त की गणना, मौसम संबंधी सूचनाएं और GMT व IST समय भी दर्शाए जाएंगे।
इस घड़ी को भारतीय संस्कृति और वैज्ञानिक परंपरा का गौरवपूर्ण प्रतीक माना जा रहा है, जो भारत की ज्ञान परंपरा को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाएगी।